संतकबीरनगर । जनपद में नगर निकाय चुनाव के लिए तैयारियों की तेजी बढ़ती जा रही है। इस बार चुनाव बहुत ही रोमांचक बनने की संभावना है, क्योंकि इसमें सपा, बसपा, भाजपा और कांग्रेस जैसी बड़ी राजनीतिक दलों के प्रत्याशी भी मैदान में हैं ,
निकाय चुनाव में प्रत्येक दल अपनी अपनी स्ट्रेटेजी बना रहा है। भाजपा,सपा,बसपा और कांग्रेस के प्रत्याशी चुनाव जीतने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। बसपा और सपा भी इस चुनाव में जीत के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
नगर निकाय चुनाव में अधिकतर बातें जनवितरण, सफाई और सुरक्षा से जुड़ी होती हैं। चुनाव में जनता ऐसे प्रत्याशी का समर्थन करती है जो इन मुद्दों के समाधान के लिए नई।नई योजनाएं ला कर काम करते हैं।
इस बार के नगर निकाय चुनाव में कई युवा उम्मीदवार भी चुनाव मैदान में उतर कर अपनी किश्मत आजमा रहे हैं, जो नए विचारों और युवा ताकत के साथ आते हैं। साथ ही, महिला उम्मीदवारों की भी संख्या इस बार कुछ ज्यादा ही है। इस बार के नगर निकाय चुनाव में नागरिकों की उम्मीदें भी बहुत बढ़ गई हैं। वे चाहते हैं कि चुनाव जीतने वाले प्रत्याशी अपने वादों को पूरा करें और नगर के विकास के लिए काम करें।
नगर निकाय के चुनाव की तारीख 11 मई निर्धारित की गई।है, स्थानीय अधिकारियों ने पारदर्शिता पूर्ण सुरक्षित और अच्छे माहौल में कराने के लिए तैयारियों को पूरा कर लिया गया है सभी आवश्यक कदम उठाए हैं। संभवतः इस चुनाव में उच्च मतदान दर होने की संभावना है, क्योंकि जनता इस बार अपने नए प्रत्याशियों को एक मौका देना चाहती है।
संतकबीरनगर के नगर निकाय चुनाव में सपा भाजपा के लिए एक बड़ी चुनौती हो सकती है। सपा उत्तर प्रदेश में प्रभावी है और वह इस क्षेत्र में अपनी आधारभूत समर्थक बेहद जुटा रखना चाहती है। इसके अलावा, सपा ने पिछले कुछ वर्षों में युवा नेताओं को प्रोत्साहित किया है और वे अब इस चुनाव में उम्मीदवार बनकर अपनी ताकत दिखा रहे हैं।
हालांकि, भाजपा भी इस क्षेत्र में बहुत मजबूत है और उनकी ताकत भी कम नहीं है। वे अपने विकास कार्यों को बता कर लोगों के बीच अपनी चर्चा करते हुए उन्हें अपनी ओर आकर्षित करने की कोशिश कर रहे हैं।
इसलिए,इस निकाय चुनाव में सपा और भाजपा के बीच टक्कर का माहौल बन सकता है। इस बार के चुनाव में दूसरी पार्टियों जैसे बसपा और कांग्रेस भी अपने उम्मीदवार उतारे हैं और नतीजे को बदलने की कोशिश कर सकते हैं।