संतकबीरनगर । ग्रामीणों ने ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ के कार्यक्रम में शाम 4 बजे तक राज्य मंत्री की अनुपस्थिति का सामना किया। यह महत्त्वपूर्ण समारोह संकल्प को मजबूती से समर्थित करने के लिए आयोजित किया गया था, लेकिन मंत्री की अनुपस्थिति ने लोगों को नाराजगी में मुब्तिला किया। ग्रामीणों ने संकल्प के प्रति अपना समर्थन प्रकट किया, लेकिन उनकी अपेक्षाओं को खारिज किया गया जब मंत्री की अनुपस्थिति दर्शाई गई। लोगों का कहना है कि ऐसी घटनाएं संकल्प की प्रगति को बाधित कर सकती हैं और सरकार को सावधान रहना चाहिए कि ऐसी गलतीयाँ न हों जो लोगों के संकल्प को कमजोर करें।
ब्लॉक के अधिकारियों और कर्मचारियों ने खुद संभाली मंत्री जी की सारी जिम्मेदारी
विकसित भारत संकल्प यात्रा’ में राज्य मंत्री की अनुपस्थिति: ग्रामीणों का नाराजगी और अप्रसन्नता
आपको बतादें कि जिले के क्षेत्र पंचायत बघौली अंतर्गत ग्राम पंचायत बाकरगंज में बुधवार को विकसित भारत संकल्प यात्रा अभियान कार्यक्रम में यूपी सरकार की ग्रामीण विकास राज्य मंत्री विजय लक्ष्मी गौतम आगमन निर्धारित था, संबंधित जिम्मेदारों ने यहाँ पहुँच कर स्वागत के लिए दोपहर एक बजे से ही लगे हुए थे,
ग्रामीणों के बीच आयोजित ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ के कार्यक्रम में राज्य मंत्री की अनुपस्थिति ने लोगों में नाराजी और असंतोष का दौर बढ़ा दिया। संकल्प को बढ़ावा देने और उसकी सफलता को मजबूती से समर्थित करने के उद्देश्य से आयोजित इस कार्यक्रम में राज्य मंत्री की अनुपस्थिति ने लोगों को नाराजगी में डाल दिया। लोग उनके अभाव में समय और उम्मीदों की कमी का सामना कर रहे थे। इससे पहले की उम्मीदों को खोने के बावजूद, ग्रामीणों ने अपना समर्थन और विश्वास संकल्प में जताया, लेकिन मंत्री की अनुपस्थिति ने उनकी उम्मीदों को दबा दिया। लोगों की आपत्ति और असंतोष को ध्यान में रखते हुए, सरकार को ऐसी घटनाओं से सीख लेनी चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह की कमजोरियों का सामना न करना पड़े।
सैकड़ो ग्रामीण जिसमे महिलाओं की काफी संख्या में उपस्थित थीं, उपस्थित ग्रामीण मंत्री जी को देखने और सुनने के लिए बेताब रहे,लेकिन शाम 4 बजे तक जब मंत्री जी नहीं पहुँचीं तो ग्रामीणों में मायूसी छा गई और अपने अपने घरों को कूच कर गए। खबर लिखे जाने तक मंत्री विजय लक्ष्मी गौतम की कार्यक्रम में न आने का कारण की जानकारी नही मिल पाई थी ।
कार्यक्रम के आयोजन में खर्च हो गए हजारों रुपये
विकसित भारत संकल्प यात्रा’ के कार्यक्रम के इंतेजाम के लिए ग्राम प्रधान द्वारा हजारों रुपये खर्च किए जाने की जानकारी है। यह राशि विभिन्न आयोजन संबंधित खर्चों, जैसे कि व्यवस्थाओं, प्रशासनिक खर्चों, अनुष्ठानिक व्यवस्थाओं आदि के लिए की गई हो सकती है। इस प्रकार के कार्यक्रमों के आयोजन में इस तरह की खर्चों का होना सामान्य होता है ताकि समारोह संचालित किया जा सके और लोगों को समृद्धि और विकास के संदेश को पहुँचाया जा सके।
कार्यक्रम में आये कर्मचारियों ने ग्रामीणों को बताया सरकार की कई महत्वपूर्ण योजना
कार्यक्रम में शामिल कर्मचारियों ने ग्रामीणों को सरकार द्वारा चलाई जा रही कई महत्वपूर्ण योजनाओं के बारे में जानकारी दी होगी। वे योजनाओं के लक्ष्य, उनके लाभ, और लोगों को उनमें शामिल होने के तरीके आदि के बारे में बताया ।
जैसे कि:
प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई): गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले लोगों को सस्ते और अच्छे आवास प्रदान करने का उद्देश्य है।
मुद्रा योजना: छोटे व्यवसायों और उद्यमियों को ऋण प्रदान करके उन्हें आर्थिक स्वतंत्रता प्राप्त कराने की दिशा में कदम उठाने की योजना है।
उज्ज्वला योजना: इस योजना के तहत सस्ती गैस सप्लाई की जाती है ताकि गरीब परिवारों को पारिवारिक सुरक्षा और स्वास्थ्य सुरक्षा प्राप्त हो।
इन योजनाओं के बारे में जानकारी देने से ग्रामीण समुदाय को सरकारी योजनाओं की जानकारी मिलती है और वे इनका लाभ उठा सकते हैं।
अब सवाल उठता है कि पीएम मोदी के द्वारा संचालित इतने बड़ी संकल्प यात्रा को अभियान को राज्यों के मंत्री गण ही ठेंगा दिखाते रहेंगे तो मोदी जी की 2047 तक विकसित भारत संकल्प कैसे पूरा होगा,और मंत्री जी गण का कार्यक्रम आयोजित करने के इनतेजाम में हजारों रुपये खर्च खर्च होने के वावजूद इनकी अनुपस्थिति सोचनीय है,सरकार और ऐसे जिम्मेदार लोगों को चाहिए कि ऐसी पुनरावृत्ति बार बार न हो ।