- पन्द्रह दिन से अधिक प्रभावित रहा सफाई कार्य
सन्त कबीर नगर । दायित्व निर्वहन को लेकर अधिकारी कर्मचारी कितने गम्भीर है इसका ज्वलंत उदाहरण हालिया में सफाईकर्मियो का उत्तर प्रदेश पंचायती राज ग्रामीण सफाई कर्मचारी संघ का चुनाव है, जिसमे बकायदे सहायक विकास अधिकारी ( पंचायत ) खण्ड विकास अधिकारी से लेकर जिला पंचायत राज अधिकारी , मुख्य विकास अधिकारी एवं जिलाधिकारी को बतौर सहयोग पत्र देकर विभिन्न तिथियो ( हैंसर बाजार नामांकन 22.12.2023 , मतदान 26.12.2023 , नाथनगर नामांकन 22.12.2023 , मतदान 27.12.2023 , पौली नामांकन 22.12.2023 , मतदान 29.12.2023 , खलीलाबाद नामांकन 22.12.2023 , मतदान 30.12.2023 , बघौली नामांकन 22.12.2023 , मतदान 2.1.2024 , सेमरियावा नामांकन 22.12.2023 , मतदान 4.1.2024 , बेलहर कला नामांकन 22.12.2023 , मतदान 9.1.2024 , सांथा नामांकन 22.12.2023 , मतदान 11.1.2024 तथा मेहदावल नामांकन 22.12.2023 , मतदान 10.1.2024 ) मे
जनपद के सभी ब्लाको के ब्लाक अध्यक्ष से लेकर ( जनपद मुख्यालय नामांकन …… मतदान … जिलाध्यक्ष पद का चुनाव संपन्न हुआ । अठारह सफाईकर्मियो ( सत्येन्द्र कुमार श्रीवास्तव , बनवारी पाल हैंसर बाजार ” राम किशुन मौर्य , सीताराम नाथनगर ” कुलदीप कुमार मौर्य , चन्दगी राम , पौली ” सदानंद चौधरी , विजय यादव खलीलाबाद ” बीरेंद्र कुमार गुप्ता , सुजीत कुमार बघौली ” मनोज कुमार चौहान , मुक्ति नाथ सेमरियावा ” अनिरुद्ध सिंह , मिठ्ठू लाल मेहदावल ” बाल किशन , विजय कुमार बेलहर कला व दिलीप कुमार चौधरी , राम दयाल सांथा ) द्वारा संघ का चुनाव अधिकारी बनकर नामांकन तिथि से लेकर मतदान तिथि तक जहां जिम्मा निभाया गया । वही सभी ( हैंसर बाजार 226 सफाईकर्मी , नाथनगर 253 , बघौली 236 , सेमरियावा 201 , मेहदावल 161 , बेलहर कला 122 , सांथा 113 , खलीलाबाद 271 एवं पौली 100 ) 1683 सफाईकर्मियो के सापेक्ष मेहदावल के कुल 161 मे 160 , सेमरियावा मे 201 मे लगभग 196 की तरह अन्य ब्लाको के कुछ सफाईकर्मियो के अलावा शेष सफाईकर्मियो द्वारा मतदान किया गया ।
सूत्रो के मुताबिक ड्यूटी छोड़ कर किया गया । जिससे सफाई कार्य भी प्रभावित हुआ जिसके लिए देश के प्रधानमंत्री तक हाथ मे झाड़ू लेकर सफाई कार्य को आवश्यक जोर दिया गया इसकी महत्ता मे सफाईकर्मी का पैर तक धोया गया । लेकिन हाय रे ! शुद्ध वातावरण के क्रम मे जिले की बदनसीबी सक्षम अधिकारियो के उदासीनता के भेंट चढ़ गई सफाई व्यवस्था।
ऐसे मे सवाल उठाना लाजिमी है कि क्या सफाई कर्मचारी लोक सेवक आचरण नियमावली के कर्त्तव्य परायणता के अंतर्गत नही आते है ? सवाल यह भी उठता है कि क्या संघ द्वारा इनकी नियुक्ति करते हुए तनख्वाह दिया जाता है ? यही नही सवाल के उठते इस क्रम मे यह भी सवाल उठता है कि अगर लोक सेवक आचरण नियमावली के अंतर्गत सफाई कर्मी आते है तो ड्यूटी से मुंह मोड़ कर एक नही दो नही चार नही लगभग पन्द्रह दिनों से अधिक दिनो तक चुनाव की मशगुलियत मे लिप्त सफाई कर्मियो के खिलाफ लोक सेवक आचरण नियमावली उल्लघंन मे कोई कार्यवाई क्यो नही की गयी। अगर सफाई कर्मियों ने डियूटी नही की तो इन्हें वेतन दिया गया या नहीं ये भी एक बड़ा सवाल है,जो कुछ दिनों बाद खुलासा होगा ।
चुनाव संपन्नता के दृष्टिगत एक प्रश्न और उठता है कि ड्यूटी छोड़ कर संघीय चुनाव मे लोक सेवक आचरण नियमावली के किस अधिनियम के तहत हिस्सा लेने का अधिकार है ? लिहाजा लोक सेवक आचरण नियमावली के जानकारो की माने तो नियम 3 सामान्य (1) के तहत प्रत्येक सरकारी कर्मचारी सभी समयो मे परम सत्यनिष्ठा तथा कर्त्तव्य परायणता से कार्य करता रहेगा । ( 2 ) प्रत्येक सरकारी कर्मचारी सभी समयो पर व्यवहार तथा आचरण को विनियमित करने वाले विशिष्ट या अंतर्निहित शासकीय आदेशो के अनुसार आचरण करेगा ।
ड्यूटी छोड़ कर संघीय चुनाव मे लोक सेवक आचरण नियमावली के किस नियम के तहत चुनाव मे हिस्सा लेने का अधिकार है? के प्रश्न पर डीपीआरओ अविनाश कुमार ने बताया कि
चुनाव प्रक्रिया सही है वे चुनाव लड़ सकते है ।
मुख्य विकास अधिकारी संतराम ने बताया की प्रकरण की जांच कराई जायेगी कि क्या ड्यूटी छोड़ कर चुनाव लड़ा गया है या ड्यूटी के उपरान्त।
जिलाधिकारी महेंद्र सिंह तंवर ने बताया कि मामला गंभीर दिख रहा है, प्रकरण को संज्ञानता मे लिया जायेगा जैसा होगा कार्यवाई की जायेगी ।
रिपोर्ट-कृष्ण कुमार मिश्र