ऑटोमोबाइल सेक्टर की दिग्गज कंपनी बजाज ऑटो ने कहा है कि आने वाले दिनों में दोपहिया वाहनों की कीमतें 10,000 रुपये तक कम हो सकती हैं। बजाज ऑटो के मैनेजिंग डायरेक्टर राजीव बजाज ने कहा कि दोपहिया वाहनों पर 28 फीसदी जीएसटी को घटाकर 18 फीसदी करने से दोपहिया वाहनों का दाम 10 हज़ार रुपये तक सस्ते हो सकते है। जीएसटी की मार बाजार आज तक झेल रहा है। बजाज ने सीएनसीबीसी- टीवी 18 को बताया कि अगर जीएसटी में 18 पर्सेंट तक की कमी आती है तो दोपहिया वाहनों की कीमतें 8,000 रुपये से 10,000 रुपये तक घट सकती हैं। उन्होंने कहा निर्यात प्रोत्साहन में कटौती से एक और झटका मिला है। निर्यात प्रोत्साहन के कारण बजाज ऑटो को करीब 300 करोड़ का नुकसान हुआ है।
बजाज ने कहा कि जब नौकरियां खत्म हो चुकी हैं और खर्च कम हो गए है ऐसे में सरकार को उपभोक्ताओं को प्रोत्साहन देने की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘ज्यादा रेगुलेशन के कारण उपभोक्ताओं के लिए कीमतों में 30-35 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, सरकार को उपभोक्ता के लागत में कमी लानी होगी।’ उन्होंने कहा कि सरकार को उन कंपनियों के लिए निर्यात प्रोत्साहन पर ध्यान देना चाहिए जिनके पास वैश्विक खिलाड़ी बनने की क्षमता है। जीएसटी दर पर बजाज की टिप्पणी के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 24 अगस्त को कहा कि दोपहिया वाहन न तो लग्जरी हैं और न ही सिन प्रोडक्ट हैं। जीएसटी परिषद में उद्योग की जीएसटी दर कम करने की मांग पर गौर किया जाएगा।
देश की सबसे बड़ी दोपहिया निर्माता हीरो मोटोकॉर्प ने पिछले साल सरकार से इस खंड में जीएसटी दरों में एक फेजवाइज कटौती पर विचार करने का आग्रह किया था। बता दें कि 19 सितंबर को जीएसटी काउंसिल की अगली मीटिंग होने वाली है, जिसमें दोपहिया वाहनों पर जीएसटी कम करने का फैसला लिया जा सकता है। गौरतलब है कि सरकार खुद जीएसटी के कमजोर कलेक्शन से जूझ रही है। ऐसे में दोपहिया वाहन पर जीएसटी कम करके टैक्स कलेक्शन को बढ़ावा देने की कोशिश की जा सकती है। इससे एक तरफ मार्केट में तेजी देखने को मिलेगी तो दूसरी तरफ सरकार के राजस्व संग्रह में भी इजाफा होगा।
Source jansatta