वाराणसी । यूपी चुनाव में मतदान के बाद अब मतगणना को लेकर सियासत शुरू हो गई है। समाजवादी वाराणसी में मतगणना से पहले मंगलवार को तीन ट्रकों पर ईवीएम को ले जाने और समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं के उसको लेकर विरोध जताने का विवाद बढ़ गया है। समाजवादी पार्टी का सहयोगी दल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के नेता ओपी राजभर ने चेतावनी दी है कि जब तक वाराणसी के डीएम और कमिश्नर हटाए नहीं जाते हैं तब तक मतगणना नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने चुनाव आयोग से इसकी शिकायत की है।
उन्होंने मीडिया से कहा “वाराणसी में जो घटना घटी हैं, तीन-तीन गाड़ियां ईवीएम लेकर निकली हैं और दो गाड़ियां तो भाग गईं और उसमें बोरे से ढंककर निकली हैं। चुनाव आयोग की गाइडलाइंस है कि कोई भी ईवीएम अगर स्ट्रांग रूम्स से निकलती हैं तो प्रत्याशी को नोटिस हो, जिलाध्यक्ष को नोटिस हो और फोर्स के साथ ही उसे कहीं मुव किया जा सकता है। लेकिन ऐसा न करके चोरी से ईवीएम बदलने की ये घटनाएं घटी हैं। उसकी शिकायत हम लोगों ने यहां किया है।”
उन्होंने कहा, “डीएम और कमिश्नर जब तक वहां रहेंगे, तब तक न्याय, मतगणना सही नहीं हो सकती है। जब तक डीएम और कमिश्नर को वहां से हटाया नहीं जाएगा तब तक हम मतगणना नहीं होने देंगे। चुनाव आयोग ने आश्वासन दिया है कि वैकल्पिक व्यवस्था करते हैं।” हालांकि वाराणसी के जिलाधिकारी कौशल राज ने कहा है, “जिन EVM को सपा कार्यकर्ताओं ने पकड़ा वो चुनावी EVM नहीं थी।”
उधर कानपुर देहात के पुलिस अधीक्षक ने चेतावनी दी है कि मतगणना में गड़बड़ी करने वालों और विध्वंस करने वालों को सीधे गोली मारने का आदेश दिया जाएगा। कहा कि निर्वाचन आयोग का साफ निर्देश है कि कोई भी असामाजिकतत्व या अन्य कोई भी चाहे वह किसी भी दल का हो, अगर छेड़खानी करने, गड़बड़ी फैलाने, अफवाह फैलाने की कोशिश करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। ऐसे लोगों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए जाएंगे।