लखनऊ। उत्तर प्रदेश के आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) ने जैश-ए-मोहम्मद और तहरीख-ए-तालिबान पाकिस्तान से जुड़े आतंकी को गुरुवार (12 अगस्त 2022) को सहारनपुर से गिरफ्तार किया।
जिसके बाद यूपी एटीएस ने खुलासा किया कि आतंकवादी मुहम्मद नदीम पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और तहरीख-ए-तालिबान के सीधे संपर्क में था। उसे JeM ने नूपुर शर्मा को मारने का काम दिया था। वह पाकिस्तानी आतंकियों से संपर्क में था और फिदायीन हमले की साजिश कर रहा था। जानकारी है कि मुहम्मद नदीम की प्लानिंग नूपुर शर्मा की हत्या की थी। उसके मोबाइल फोन से कई अहम सबूत मिले हैं।
यूपी एटीएस के मुताबिक उसे सहयोगियों एजेंसिंयों से सूचना मिली कि ग्राम कुंडाकलां, थाना गंगोह सहारनपुर में एक युवक जेईएम और टीटीपी की विचारधारा से प्रभावित होकर फिदायीन हमले की तैयारी कर रहा है। जिसके बाद युवक को पकड़कर पूछताछ की गई और उसके मोबाइल को भी जब्त किया गया है। आरोपी नदीम के पास से एक मोबाइल, दो सिम और ट्रेनिंग संबंधी कुछ लेखा-जोखा भी बरामद हुआ है, जिसमें बम बनाने की जानकारी भी लिखी है।
वर्चुअल नंबर बनाने की ट्रेनिंग: पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपर मुहम्मद नदीम ने आतंकवादियों को लगभग 30 से ज्यादा वर्चुअल नंबर, वर्चुअल सोशल मीडिया आईडी बनाकर उपलब्ध कराए। साथ ही टीटीपी के आंतकी सैफुल्ला ने मुहम्मद को फिदायीन हमले के लिए तैयार करने की ट्रेनिंग सोशल मीडिया के जरिए दी थी। आतंकी मुहम्मद नदीम ने पूछताछ में बताया कि वह व्हॉट्सएप, टेलीग्राम, आईएमओ, फेसबुक मैसेंजर, क्लब हाउस जैसे सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म के जरिए 2018 से जैश-ए-मुहम्मद और तहरीक-ए-तालिबान-ए-पाकिस्तान के संपर्क में है। उसने इन आतंकियों से ही वर्चुअल नंबर बनाने की ट्रेनिंग ली थी।
स्पेशल ट्रेनिंग के लिए जाना था अफगानिस्तान: यूपी एटीएस के मुताबिक आतंकी मुहम्मद नदीम को अफगानिस्तान और पाकिस्तान में सक्रिय जैश और टीटीपी के आतंकी सपेशल ट्रेनिंग देने के लिए पाकिस्तान बुला रहे थे। वह जल्द ही वीजा लेकर पाकिस्तान जाने वाला था। जिसके बाद वह मिस्र के रास्ते सीरिया और अफगानिस्तान जाने की भी प्लानिंग कर रहा था।
एटीएस को पता चला है कि भारत में आतंकी के संपर्क में कुछ और लोग भी हैं। नदीम ने अपने कुछ भारतीय संपर्कों की भी जानकारी एटीएस को दी है। एटीएस ने उन्हें पकड़ने के लिए कार्रवाई शुरू कर दी है।