दिल्ली: राजधानी दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में अवैध रूप से बनाई गई मजार को बुलडोजर ने ध्वस्त कर दिया है. रिपोर्ट के अनुसार, बुलडोजर की ये कार्रवाई पीडब्ल्यूडी विभाग के ओर से की गई है. हालांकि, एहतियात के तौर पर दिल्ली पुलिस और पैरा मिलेट्री फोर्स के जवानों को वहां पर तैनात किया गया था. वहीं, पीडब्ल्यूडी की टीम ने बुलडोजर से हजरत निजामुद्दीन इलाके में अवैध रूप से बनाई गई मजार को ढ़हा दिया. फिलहाल, मलवा हटाने काम चल रहा है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, निजामुद्दीन इलाके में अवैध रूप से बनाई गई मजार को लेकर उसकी देखरेख करने वाले का कहना है कि ये मजार 500 साल पुरानी है. उस दौरान यहां पर कोई रोड़ नहीं थी. हालांकि, पिछले दिनों अधिकारी से बातचीत होने पर कुछ हिस्से को वहां से हटा लिया गया था. उनका कहना था कि हमने किसी भी तरह का अवैध कब्जा नहीं किया था.
मजार का कुछ हिस्सा फुटपाथ पर कर रहा था अवैध कब्जा
इसके बावजूद पीडब्ल्यूडी की टीम ने मजार में लगे टीन शेड समेत दो कमरे और दीवारें को तोड़ दिया है. ऐसे में कानून व्यवस्था ना बिगड़ पाए जिसको लेकर दिल्ली पुलिस और पैरामिलेट्री के जवान वहां पर मौजूद थे. वहीं, पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने बताया कि इस मजार का कुछ हिस्सा सड़क के फुटपाथ पर अवैध कब्जा कर रहा था, जिसके बाद ही फुटपाथ को अवैध कब्जे खाली कराया गया है.
पिछले दिनों वसंत कुंज में हुआ था बिल्डिंग डिमोलिशन
बता दें कि, इससे पहले बीते 6 मार्च को अवैध निर्माण को लेकर वसंत कुंज इलाके में बुलडोजर की कार्रवाई को अंजाम दिया गया था. वहीं, दिल्ली एमसीडी के बुलडोजर ने एक बिल्डिंग का तोड़ने का काम शुरू किया था. इस कार्रवाई को लेकर पीड़ित परिवार ने आम आदमी पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए थे.
उस दौरान पीड़ित पक्ष का कहना था कि उनकी जमीन के बगल में दिल्ली सरकार के मंत्री कैलाश गहलोत की जमीन है, जिसको लेकर उनकी शिकायत पर इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया है.