संतकबीरनगर । यूपी के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ मंगलवार को संतकबीर नगर के खलीलाबाद में एक व्यापारी सम्मेलन को संबोधित किया, इस दौरान उन्होंने केंद्र एवं प्रदेश सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए देश एवं प्रदेश को जहां आतंकी एवं गुंडों से मुक्त बताया, वहीं, उन्होंने विरोधी दलों पर जमकर तंज कसा।
आपको बतादें कि प्रदेश के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता (नंदी) खलीलाबाद में आयोजित भाजपा के व्यापारी सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए । इस दौरान कैबिनेट मंत्री का व्यापारियों और कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया।इस मौके पर सांसद प्रवीण निषाद और जिले के विधायक मौजूद रहे।
मंच से उद्बोधन करते हुए कैबिनेट मंत्री ने कहा कि सरकार के 9 साल बेमिसाल हैं और यूपी में कानून व्यवस्था की स्थिति बहुत अच्छी है, उन्होंने कहा कि भयमुक्त होकर व्यापारी फल- फूल रहा है . वहीं, विरोधी दलों पर तंज कसते हुए श्री नंदी ने कहा कि राहुल मतलब पप्पू, मायावती मतलब पैसा और अखिलेश यादव अर्थात बबुआ ।
मंत्री ने मंच से पीएम मोदी और सीएम योगी की जमकर तारीफ के कसीदे कसते हुए कहा, उत्तर प्रदेश में लॉ एंड ऑर्डर व्यवस्थित है और एक तरफ अपराधी थर-थर कांप रहे हैं. वहीं, एक 56 इंच सीना वाले व्यक्ति को देश की कमान दी गई है , इससे आतंकी भी थर-थर कांपते हैं । उन्होंने कहा कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री के उम्मीदवार के रूप में आए थे तो उनके विकास कार्यों के नाम पर पूरा देश हर हर मोदी घर- घर मोदी के नाम से गूंज गया। आज पूरी दुनिया में मोदी के नाम के नारे लगाए जा रहे हैं। निश्चित रूप से 2024 में हम लोकसभा चुनाव जीतेंगे।
आज हम यह कह सकते हैं चोर -चोर मौसेरे भाई इकट्ठा होने जा रहे हैं , लेकिन विपक्ष को जनता ने नकार दिया है। वर्ष 2014 के बाद से देश की जनता ने एक मजबूत हाथों में कमान देने का काम किया है। निश्चित तौर पर हिंदुस्तान को विश्व गुरु के स्तर पर देखने वाला व्यक्ति भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ है। ये थे मंत्री जी द्वारा गढ़े गए क़सीदे
अब जानिए 9 साल बेमिशाल के बड़े घोटाले जिसे मंत्री जी ने नहीं गिनाया
सूचना के अधिकार के तहत आरबीआई से मांगी गई एक जानकारी से खुलासा हुआ है कि मोदी सरकार के 4 साल के दौरान देश के बैंकों से 90,000 करोड़ रुपये से ज्यादा के घोटाले हुए हैं। इस दौरान देश के विभिन्न बैंकों से 19000 से ज्यादा घोटाले हुए।
एक आरटीआई के जवाब में रिजर्व बैंक ने जानकारी दी है कि पिछले 5 साल में देश के विभिन्न बैंकों में एक लाख करोड़ रुपये के 23 हजार से ज्यादा बैंक घोटालों का पता चला है। देश के केंद्रीय बैंक के अनुसार अप्रैल, 2017 से मार्च, 2018 के बीच बैंक धोखाधड़ी के 5152 मामले उजागर हुए हैं। धोखाधड़ी के इन मामलों में 28,459 करोड़ रुपये शामिल हैं। वहीं साल 2016-17 में 5076 बैंक घोटाले हुए, जिनमें 23,933 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ। कुल मिलाकर 2013 के मार्च से 2018 के मार्च तक पांच साल की अवधि में 1 लाख रुपये या उससे ज्यादा की बैंक धोखाधड़ी के 23,866 मामले सामने आए हैं, जिनमें 1 लाख 718 करोड़ रुपये की राशि का घोटाला हुआ है।
रिजर्व बैंक द्वारा दिए गए जवाब के अध्ययन से पता चलता है कि साल 2014-2015 से 2017-2018 के बीच देश के अलग-अलग बैंकों से 19000 से ज्यादा धोखाधड़ी के मामले सामने आए, जिनमें 90,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि का घोटाला हुआ।
आरबीआई ने कहा है कि धोखाधड़ी के मामले सामने आने के बाद इन मामलों में तथ्यों और परिस्थितियों के अनुसार कार्रवाई की जाती है। बैंक धोखाधड़ी से संबंधित आरबीआई का यह खुलासा काफी अहम है क्योंकि सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय जैसी कई केंद्रीय जांच एजेंसियां देश के कई उद्योगपतियों द्वारा किए गए धोखाधड़ी के कई बड़े मामलों की जांच कर रही हैं। इन मामलों में नीरव मोदी और मेहुल चोकसी द्वारा किया गया 12,00 करोड़ से ज्यादा का पीएनबी बैंक घोटाला भी शामिल है।
वहीं केंद्र सरकार द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार दिसंबर 2017 तक देश के सभी बैंकों की गैर निष्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) 8 लाख 40 हजार 958 करोड़ रुपये तक पहुंच गई हैं। गौरतलब है कि देश में एनपीए के सबसे ज्यादा मामले उद्योगों को दिए गए ऋण के मामले में सामने आए हैं। एनपीए के मामले में एसबीआई सबसे आगे है।