संतकबीरनगर । जिले के थाना धनघटा अंतर्गत मंगलवार को फील्ड अफसर से छीने गए एक लाख रुपये की घटना का धनघटा पुलिस ने आज सफल अनावरण,किया साथ ही छीने गए रुपये सहित चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है ।
अपको बता दें कि संतकबीरनगर, जिले में आये दिन दिन दहाड़े छिनैती/लूट की घटनाएं घटित हो रही हैं, और ऐसी छिनैतियां और लूट पुलिस के लिए चुनौती बना हुई है, इसी कड़ी में 18 जुलाई 2023 को चार नवयुवकों ने एक छिनैती लूट की घटना को अंजाम दिया,था ।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार दिनांक 18 जुलाई 2023 को बृजेश कुमार यादव पुत्र श्रीराम यादव निवासी कर्तहरी थाना पीपी गंज गोरखपुर द्वारा सूचना मिली कि वह एक कंपनी में फील्ड अफसर के रूप में कार्यरत है, कंपनी की धनघटा ब्रांच से पैसों का कलेक्शन एक लाख पांच हजार 920 रुपया बैग में रखकर ले जा रहा था,तभी रास्ते मे माधौपुर के पास दोपहर 12:45 बजे पीछे से दो मोटरसाइकिल सवार, चार अज्ञात लोगों ने बैग में रखे सारे रुपये छीन लिए । सूचना पर धनघटा पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच करना शुरू कर दिया था, संतोष मिश्रा के नेतृत्व में गठित टीम ने 24 घंटे में घटना का खुलासा करते हुए छीने गए रुपयो के साथ चार अभियुक्तों क्रमशः शिवम उर्फ दिव्यांक यादव,पुत्र चंद्रजीत यादव ग्राम भेड़िया, दक्षराज पुत्र प्रहलाद मौर्या, महुआ डाबर, अवनीश पुत्र त्रिभुवन, ग्राम मेहनिया, अभिषेक गोश्वामी पुत्र इंद्रजीत भारती तामेश्वर नाथ, को गिरफ्तार कर न्यायालय भेज दिया गया ।
पुलिस विभाग इस मामले की गंभीरता को समझते हुए, न्यायिक प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रहा है।
इस घटना के खुलासे से स्थानीय लोगों में पुलिस के प्रति विश्वाश और सहानुभूति दिखाई है, और उन्होंने पुलिस विभाग की कार्रवाई की प्रशंसा की है। लोग आशा कर रहे हैं कि अदालत जल्द से जल्द न्याय दिला सकेगी और दोषियों को सख्त से सख्त सजा देगी।
गिरफ्तार किए गए आरोपी के बारे में अपर पुलिस अधीक्षक ने प्रेस वार्ता में बताया कि अभियुक्त 20 और 22 वर्ष के बीच उम्र के हैं और अभी तक पेशेवर नहीं हैं। यह जानकारी उनकी पहचान को लेकर आपराधिक जांच के दौरान सामने आई है। इससे ज्ञात होता है कि ये आरोपी एक अपरिचित या कम अनुभवी आपराधिक हो सकते हैं।
अपर पुलिस अधिक्षक ने आरोपियों के पेशेवर होने की जांच भी कराने की घोषणा की है। यह जांच उनके पिछले रिकॉर्ड, शिक्षा, और उनके व्यावसायिक संपर्कों की जांच के माध्यम से की जाएगी। इससे उनके पेशेवर होने या अपेक्षित आपराधिक गतिविधियों के बारे में सामग्री प्राप्त की जा सकेगी।
यह विवरण मामले की पुख्ता जांच और आपराधिक प्रक्रिया को सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है। पुलिस विभाग और संबंधित अदालतें इस मामले को गंभीरता से लेंगी और जरूरी कार्रवाई करेंगी ताकि दोषियों को कठोर सजा मिल सके और सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।