भारत में इस समय राजनीति की गलियारों में हलचल का माहौल है, क्योकि देश की केन्द्र सरकार ने नागरिकता संशोधन विधेयक (कैब) के पास होने के बाद से उत्तर-पूर्व के राज्यों में बेहद तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है.
उत्तर-पूर्व की आग अब पश्चिम बंगाल भी पहुंच गयी है. शुक्रवार को राज्य के मुर्शिदाबाद जिले स्थित बेलडांगा रेलवे स्टेशन परिसर में नागरिकता कानून में बदलाव का विरोध कर रहे लोगों ने आग लगा दी, जबकि हावड़ा जिले के उलबेड़िया में ट्रेन की पटरियों पर प्रदर्शनकारियों ने टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया. ट्रेनों पर पत्थरबाजी की गयी, जिससे ट्रेन सेवाएं प्रभावित रहीं. दूसरी ओर, प्रदर्शनकारियों ने महानगर के पार्क सर्कस इलाके में भी प्रदर्शन किया. उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कैब को बंगाल में लागू नहीं होने देने की घोषणा की है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कैब के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों ने शुक्रवार को उलबेड़िया रेलवे स्टेशन पर पटरी को अवरुद्ध करते हुए परिसर और कुछ ट्रेनों में तोड़फोड़ की. दक्षिण-पूर्व रेलवे के प्रवक्ता संजय घोष ने बताया कि दोपहर तीन बजकर 22 मिनट पर पटरी को जाम कर दिया गया, जिससे अप और डाउन दोनों मार्गों पर ट्रेनों की आवाजाही बाधित हुई.
इसके अलावा मुर्शिदाबाद जिले में संशोधित नागरिकता विधेयक का विरोध कर रहे हजारों प्रदर्शनकारियों ने शुक्रवार को बेलडांगा स्टेशन में आग लगा दी और वहां तैनात आरपीएफ कर्मियों के साथ मारपीट की. ट्रेन की बोगी को भी फूंक दिया. जिले में कई अल्पसंख्यक संगठनों ने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया था. एक वरिष्ठ आरपीएफ अधिकारी ने कहा : प्रदर्शनकारी अचानक स्टेशन परिसर में आ घुसे व उन्होंने प्लेटफार्म, दो तीन मंजिले भवनों व कार्यालयों में आग लगा दी. जब आरपीएफ कर्मियों ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, तब उन्हें बुरी तरह से पीटा गया. ट्रेन सेवाएं थम गयीं. मुस्लिम बहुल मुर्शिदाबाद बांग्लादेश से सटा जिला है.
Balram Gangwani