संतकबीरनगर । महुली थाना क्षेत्र के बसहिया गांव के सीवान में स्थित बाग में अधिवक्ता का शव पेड़ से लटकता हुआ मिला। शव मिलने की सूचना से क्षेत्र में हड़कम्प मच गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को नीचे उतारा। ग्रामीण हत्या की आशंका व्यक्त कर रहे हैं। पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी है। फोरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल से नमूना लिया। शव जमीन से करीब छह फीट की ऊँचाई पर लटक रहा था। शरीर पर चोट का निशान नही था।
महुली थाना क्ष्रेत्र के ग्राम बसहिया निवासी अनिल यादव (55) पुत्र स्व. सुरेश चंद्र यादव खलीलाबाद दीवानी न्यायालय में वकालत करते हैं। शनिवार की सुबह घर से करीब आधा किलोमीटर पश्चिम स्थित बाग में आम के पेड़ से नायलॉन की रस्सी के फंदे से लटकता हुआ शव देख ग्रामीणों ने शोर मचाया। मौके पर भारी संख्या में पड़ोसी गांवों के सैकडों ग्रामीण जुट गए। घटना स्थल पर मृतक का साला गोरखपुर जिला के खजनी थाना क्षेत्र के रुद्रपुर निवासी कृष्ण कुमार यादव भी पहुंचा।
उसने बताया कि शुक्रवार की देर शाम जीजा अनिल यादव से किसी बात को लेकर उनकी पत्नी दीपा व पुत्र अभिजीत से कहासुनी हुई। उसके बाद नाराज होकर घर से निकल गए थे। इसकी जानकारी उनकी बहन ने मोबाइल पर दी थी। कृष्ण कुमार के अनुसार पूरी रात ढूंढने के बाद भी पता नहीं चल सका। जबकि अनिल के पुत्र अभिजीत कुमार ने बताया कि शुक्रवार की शाम को उसके पिता परेशान से लग रहे थे। खाना खाने के बाद पिता ने उससे कुछ जरूरी बात करने की बात कही। उसने नींद लगने की बात कहते हुए सुबह बात करने की बात कही और महाविद्यालय पर सोने चला गया था। उसके पिता रोज की भांति शनिवार को भी टहलने निकले थे।
वकील अनिल यादव की मौत किस परिस्थिति में हुई होगी इसकी पुष्टि नही हो सकी। फॉरेंसिक टीम ने शव के स्थिति की वीडियोग्राफी करके नमूने को इकट्ठा किया। सीओ अम्बरीष भदौरिया, इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार सिंह, एसएसआई खुश मोहम्मद ने पहुंचकर परिजनों से जानकारी ली। ग्रामीणों के सहयोग से शव को नीचे उतारा गया । पुलिस ने पंचनामा भरकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
बड़ा पुत्र वाराणसी में कर रहा है पीसीएस जे की तैयारी
मृतक वकील अनिल यादव का बड़ा पुत्र अक्षय उर्फ अमरजीत वाराणसी में रहकर पीसीएस जे की तैयारी कर रहा है। अनिल का सपना था कि उसका बेटा जज बनकर लाचार लोगो को अपने फैसले से न्याय दिला सके। बेटों के सपनो को उड़ान देने के लिए पति पत्नी व भाई उसका भरपूर सहयोग कर रहे थे। मृतक की पत्नी दीपा यादव गांव के ही परिषदीय विद्यालय में शिक्षा मित्र है। जब कि अनिल गांव में स्थित संतराम रामकृष्ण परमहंस महाविद्यालय के प्रबन्धक की जिम्मेदारी निर्वाहन करने के साथ खलीलाबाद में वकालत की प्रैक्टिस कर रहे थे। छोटा पुत्र अभिजीत घर पर रहकर पढ़ाई के साथ साथ घर की व्यवस्था देख रहा है।
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Source livehindustan