माता-पिता को सबसे ज्यादा खुशी अपने बच्चों की सफलता पर मिलती है। दिल को छू लेने वाला एक वाकया आंध्र प्रदेश में हुआ है। आंध्र प्रदेश पुलिस में सर्किल इंस्पेक्टर पद पर तैनात श्याम सुंदर ने जब अपनी ही बेटी को सलाम किया तो वहां मौजूद सभी की आंखें खुशी से भर आईं। श्याम सुंदर ने जब प्रशांति को सलाम किया तो जवबा में उसने भी सैल्यूट मारा, लेकिन जैसे ही उसे पता चला कि पिता हैं तो वह हंसने लगी।
आंध्र प्रदेश पुलिस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल के जरिए यह जानकारी दी है। ट्वीट में तस्वीर के साथ कहा गया है, ‘सर्किल इंस्पेक्टर श्याम सुंदर अपनी ही बेटी जेसी प्रशांति, जो डीएसपी हैं, को गर्व और सम्मान के साथ सलाम कर रहे हैं।’
#APPolice1stDutyMeet brings a family together!
Circle Inspector Shyam Sundar salutes his own daughter Jessi Prasanti who is a Deputy Superintendent of Police with pride and respect at #IGNITE which is being conducted at #Tirupati.
AdvertisementA rare & heartwarming sight indeed!#DutyMeet pic.twitter.com/5r7EUfnbzB
— Andhra Pradesh Police (@APPOLICE100) January 3, 2021
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यह तिरुपति की तस्वीर है। यह वास्तव में एक दुर्लभ और दिल को खुश करने वाला दृश्य है। सोशल मीडिया में यह तस्वीर वायरल हो गई है। लोग अपने-अपने तरीके से खुशी का इजहार कर रहे हैं। आंध्र प्रदेश पुलिस इन दिनों तिरुपति में पुलिस ड्यूटी मीट 2021 का आयोजन कर रही है। इसी आयोजन के दौरान पिता और बेटी की मुलाकात हुई। श्याम सुंदर तिरुपति में कल्याणी डैम ट्रेनिंग सेंटर में तैनात हैं, जबकि उनकी बेटी बतौर डीएसपी के तौर पर गुंटूर में तैनात हैं।
तिरुपति ग्रामीण के एसपी ए. रमेश रेड्डी ने कहा कहा, ‘हम ऐसे दृश्य फिल्मों में ही देखते हैं, असल जीवन में नहीं। मुझे इस बात की खुशी है कि पिता और बेटी एक साथ पुलिस यूनिफॉर्म में अपनी ड्यूटी कर रहे हैं। मुझे प्रशांति पर गर्व है।’ दूसरी तरफ, श्याम सुंदर ने कहा कि मेरी बेटी जब अपने सीनियर अधिकारियों से बात कर रही थी तो यह देखकर मेरा सीना गर्व से चौड़ा हो गया। उन्होंने कहा, ‘बेटी ने सफलता अर्जित की है, एक पिता को और क्या चाहिए। मुझे पूरा भरोसा है कि मेरी बेटी पूरी ईमानदारी और सत्यनिष्ठा से अपना काम करती होगी।’
तिरुपति में पुलिस मीट में दिशा विंग की जिम्मेदारी संभाल रहीं प्रशांति ने बताया कि जब मेरे पिता ने मुझे सैल्यूट किया तो मैं असहज हो गई थी। उन्होंने कहा कि तिरुपति आने के बाद मैं अपने पिता से मिली नहीं थी, इसलिए जब उनको देखा तो खुश हो गई लेकिन जैसे ही उन्होंने सैल्यूट किया तो मैं शर्मा गई लेकिन यह सब हमारी ड्यूटी का हिस्सा है। प्रशांति ने एक पुलिस ऑफिसर के तौर पर अपनी उन्नति का श्रेय पिता को दिया और कहा कि वह मेरी प्रेरणा हैं और उनकी ही वजह से मैं पुलिस सर्विस में आई।