Advertisement
उत्तर प्रदेशसंतकबीरनगर

हवा हवाई साबित हो रही है,कोरेंटाइन सेंटरों की सुविधाएं,उनके परिजन ही सेंटरों पर पहुँचा रहे है भोजन

बखिरा से विकास निषाद की रिपोर्ट

संत कबीर नगर । आज पूरा देश कोरोना जैसी महामारी से निपटने के लिए 21 दिन का लॉक डाउन को झेल रहा है शासन प्रशासन ने अन्य राज्यों से पलायन कर आये मजदूरों को उनके घर तक जाने से रोक दिया गया ।

Advertisement

और गांव से सटे ही स्कूलों आदि में क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया गया है, लोगों को इसी क्वॉरेंटाइन सेंटर में 14 दिन रखने के लिए शासन द्वारा आदेश किया गया है और कहां गया है कि जितने भी क्वॉरेंटाइन सेंटर बने हैं उसमें बाहर से आए हुए लोग 14 दिन रहेंगे और उनको रहने खाने दवा वगैरा सारी व्यवस्थाएं प्रशासन की तरफ से उपलब्ध कराई जाएंगी ।यह इसलिए किया गया है कि बाहर से आए हुए लोग इस कोरोना महमारी  से परिवारों को बचाने में सहयोग करेंगे

लेकिन देखा जा रहा है कि जिले के कुछ कोरेंटाइन सेंटर पर जरूरी खाने पीने जैसी कोई सुविधाएं उपलब्ध नहीं है जो भी लोग बाहर से आकर क्वॉरेंटाइन सेंटर में रह रहे हैं उन्हें उनके घर के सदस्य खाने के लिए खाना पहुंचाने का काम कर रहे हैं जो कहीं ना कहीं प्रशासन के इंतजाम  की पोल खोल रहा है

Advertisement

ऐसा ही मामला संत कबीर नगर जिले के बखिरा उर्फ बाघ नगर में देखने को मिला है यहां पर प्राथमिक विद्यालय में क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया गया है जिसमें अब तक 6 लोग अन्य राज्य से आकर रुके हुए हैं इन्हें ना तो खाने की कोई व्यवस्था है नहीं और अन्य चीजों की कोई व्यवस्था यहां पर आए लोग अपने-अपने घरों से खाने के लिए भोजन मंगा रहे हैं
इस बारे में ग्राम प्रधान ने बताया है कि  शासन प्रशासन ने खाने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की है जो भी व्यवस्थाएं हैं वह हमारी तरफ से की गई हैं,इससे साबित होता है कि जिला प्रशासन की लॉक डाउन के समय जरूरत की व्यवस्थाएं सिर्फ जुमले और कागजों में सिमट कर रह गई हैं
अब सवाल उठता है कि सरकार के आदेश के पालन में जिला प्रशासन जो कदम उठाया है क्या यह सही है सरकार का सख्त आदेश है कि बाहर से आए हुए लोगों को क्वॉरेंटाइन सेंटर में 14 दिनों तक रख कर संक्रमित होने के खतरे से गांव और शहर को बचाया जा सके

इसके साथ साथ सरकार की यह भी व्यवस्था है कि स्थानीय जिला प्रशासन इनको क्वॉरेंटाइन सेंटरों पर खाने-पीने जैसी सुविधाओं को मुहैया कराए लेकिन व्यवस्था  नदारद है,

Advertisement

जिलाधिकारी महोदय को चाहिए कि वो बखिरा के साथ ही अन्य  सेंटरों पर व्यवस्था की कमियो को देखें तो वहां भी कमियां जरूर देखने को मिलेंगी  इनको सेंटर पर रहने वाले लोगों को जब घर से ही खाना मंगवा कर खाना पड़ेगा तो फिर अगर सेंटरों में आए हुए लोग कहीं कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए तो गांव में अन्य लोगों को कोरोना वायरस से कोई बचा नहीं पाएगा

Advertisement

Related posts

गौ वंशीय चमड़े से लदी ट्रक, अनियंत्रित होकर घर में घुसी, एक पकड़ा गया दो फरार

Sayeed Pathan

विद्युत संबंधित शिकायतों के निस्तारण हेतु,10 व 11 अक्टूबर को यहाँ लगेंगे कैम्प

Sayeed Pathan

अपर जिला जज़ के निरीक्षण में मिली, वन स्टॉप सेन्टर में नहीं हो रही सफाई की शिकायत

Sayeed Pathan
error: Content is protected !!