संतकबीरनगर। जिलाधिकारी रवीश गुप्ता ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि राजस्थान से आने वाली टिड्डी दलों का जिले में आगमन हो रहा है, जो छोटे-बड़े दलों के रूप में हवा के झोंके के साथ-साथ विचरण करती है एवं भोजन के लिए नमी एवं वनस्पति युक्त स्थानों पर अपना डेरा डालती है तथा वहां पर स्थित मुलायम वनस्पतियों को खाकर उड़ जाती है।
उपरोक्त स्थिति को देखते हुए निर्देशित किया जाता है कि जनपद में बड़े-बड़े जलाशयों, हरियाली युक्त स्थलों को यह निशाना बन सकती है। उन्होने बताया कि जिसकों दृष्टिगत रखते हुए आप अपने-अपने क्षेत्रों में ऐसे स्थलों को चिन्हित कर लें तथा वहाॅ पर ध्वनि विस्तारक यंत्र चाल हालत में स्थापित करा दें ताकि आवश्यकता पड़ने पर तत्काल उच्च ध्वनि करते हुए टिड्डी दल को उतरनें बैठने एवं ठहरनें से रोका जा सकें। इस बात का विशेष ध्यान रखा जाय कि ध्वनि युक्त यंत्रों का उपयोग दिन में ही किया जाए। उन्होने कहा कि ग्राम स्तर पर गठित निगरानी समितियों को सतर्क कर दिया जाए ताकि सूचना अविलम्ब प्राप्त हो सकें, कृषि विभाग द्वारा कीटनाशी रसायन के छिड़काव हेतु कार्यवाही में पूर्ण सहायता/संसाधन उपलब्ध कराएं जायें, पीने के पानी के स्रोतों को टिड्डी अवतरण से यथा सम्भव सुरक्षित रखा जाय ताकि कीटनाशी के प्रयोग से जल प्रदूषित न हो सकें। टिड्डी दल की सूचना प्राप्त होते ही तत्काल जनपद आपदा नियंत्रण कक्ष दूरभाष नम्बर 9411985462, 7985343056 पर सूचित किया जाए एवं जिला कृषि रक्षा अधिकारी संतकबीरनगर को तत्काल अवगत कराया जाए तथा क्षेत्र में उपलब्ध ट्रैक्टर पानी से भरें जाय एवं दमकल वाहन भी तैयार रखे जाए ताकि रात्रि विश्राम के समय तत्काल कीटनाशीय रसायन के छिड़काव हेतु उपयोग किये जा सके। उपरोक्त के साथ ही सभी प्रकार की कार्यवाही के समय कोरोना वायरस से बचाव हेतु निर्गत समस्त प्रोटोकाॅल/निर्देशों का शत-प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित करें।