लखनऊ । शनिवार को समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने आगामी उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर निकाली गई विजय रथयात्रा के तीसरे चरण की शुरुआत सीएम योगी के गढ़ गोरखपुर से की। इस दौरान उन्होंने योगी आदित्यनाथ और भाजपा को जमकर आड़े हाथों लिया। गोरखपुर में लोगों को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि आज उत्तरप्रदेश को योगी सरकार की नहीं योग्य सरकार की जरूरत है। साथ ही उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री आवास छोड़ने का भी समय आ गया है।
गोरखपुर में विजय रथयात्रा के तीसरे चरण की शुरुआत के मौके पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि जो लोग आजमगढ़ गए हैं, उन्हें पता चल गया है कि गोरखपुर के लोग इस बार सुनिश्चित करेंगे कि बीजेपी का बुखार उतर जाए। हमारे किसानों को बीजेपी के बारे में पता होना चाहिए। उन्हें आय दोगुनी करनी थी, लेकिन क्या आप मुझे बता सकते हैं कि चावल कहीं खरीदा गया है या नहीं। वे उपज का भुगतान नहीं कर पा रहे हैं और गन्ने का बकाया भी नहीं चुकाया गया है।
इस दौरान तेल के बढ़ते दामों को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि क्या माताएं बहनें मुझे बता सकती हैं कि क्या वे सिलेंडर को भरा पाने में सक्षम हैं? उन्हें उज्ज्वला योजना का नाम बदलकर उजड़ा योजना कर देना चाहिए। अब कोई भी सिलेंडर नहीं खरीद पा रहा है। साथ ही उन्होंने पिछले दिनों हुए लखीमपुर खीरी कांड को लेकर भी भाजपा पर निशाना साधा। अखिलेश यादव ने कहा कि जो किसान हमारा पेट भरते हैं लेकिन जब वे अपनी मांग को लेकर प्रदर्शन करते हैं तो उन्हें जीप से कुचल कर मार दिया गया। इसलिए किसानों ने तय किया है कि बीजेपी की हार का झंडा उसी जीप पर जुलूस में निकाला जाएगा।
इसके अलावा अखिलेश यादव ने कहा कि कभी कभी सीएम योगी मुझे गाली देते हैं या मेरे परिवार और खानदान को निशाना बनाते हैं। आपने सोचा है कि वे ऐसा क्यों करते हैं। क्योंकि समाजवादियों ने गरीब लोगों के लिए एम्बुलेंस उपलब्ध करवाए और जरूरतमंद छात्रों को लैपटॉप दिया। लेकिन सीएम योगी लैपटॉप नहीं दे रहे हैं क्योंकि उन्हें चलाना भी नहीं आता है।
गोरखपुर में लोगों को संबोधित करने के दौरान अखिलेश यादव ने पिछले साल लगे लॉकडाउन के दौरान पैदल अपने राज्य लौटने को मजबूर हुए प्रवासियों को लेकर भी भाजपा सरकार पर निशाना साधा। अखिलेश यादव ने कहा कि लॉकडाउन के समय को याद कीजिए। जब हमारे मजदूरों को महाराष्ट्र और गुजरात जैसे राज्यों से पैदल लौटना पड़ा। साथ ही उन्होंने कहा कि उस समय सरकार ने लोगों को मरने के लिए छोड़ दिया। इसलिए इस सरकार को जाने से कोई नहीं रोक सकता।