दिल्ली । यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (UGC) ने 30 सितंबर तक यूनिर्वसिटीज को फाइनल ईयर के एग्जाम कराने के निर्देश दिए थे। इसके लिए यूजीसी ने नई गाइडलाइंस भी जारी की थीं। गाइडलाइन्स आने के बाद से ही कई राज्य और केंद्र शासित प्रदेश इसका विरोध कर रहे हैं। इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिकाएं डाली गईं। फाइनल ईयर के एग्जाम्स को लेकर अब अगस्त मतलब सोमवार को सुनवाई होनी है। याचिकाकर्ता छात्र आंतरिक अंक और पिछले मूल्यांकन के आधार पर परीक्षाओं को रद्द करने और डिग्री और मार्कशीट जारी करने की मांग कर रहे हैं।
UGC ने कहा है कि जारी की गई गाइडलाइंस के जरिए ‘देश भर के छात्रों के शैक्षणिक भविष्य की रक्षा करना है जो कि उनके अंतिम वर्ष / टर्मिनल सेमेस्टर की परीक्षा नहीं होने पर होगी, जबकि उनके स्वास्थ्य और सुरक्षा को ध्यान भी ध्यान में रखा गया है।’ UGC ने 22 अप्रैल की गाइडलाइंस में 31 अगस्त तक परीक्षाएं आयोजित करने के निर्देश दिये थे, जबकि 06 जुलाई की गाइडलाइंस में परीक्षाओं को 30 सितंबर तक करा लेने के निर्देश दिये हैं।
Updates: यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (UGC) ने 30 सितंबर तक यूनिर्वसिटीज को फाइनल ईयर के एग्जाम कराने के निर्देश दिए थे। इसके लिए यूजीसी ने नई गाइडलाइंस भी जारी की थीं। गाइडलाइन्स आने के बाद से ही कई राज्य और केंद्र शासित प्रदेश इसका विरोध कर रहे हैं। इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिकाएं डाली गईं। फाइनल ईयर के एग्जाम्स को लेकर अब अगस्त मतलब सोमवार को सुनवाई होनी है। याचिकाकर्ता छात्र आंतरिक अंक और पिछले मूल्यांकन के आधार पर परीक्षाओं को रद्द करने और डिग्री और मार्कशीट जारी करने की मांग कर रहे हैं।
UGC ने कहा है कि जारी की गई गाइडलाइंस के जरिए ‘देश भर के छात्रों के शैक्षणिक भविष्य की रक्षा करना है जो कि उनके अंतिम वर्ष / टर्मिनल सेमेस्टर की परीक्षा नहीं होने पर होगी, जबकि उनके स्वास्थ्य और सुरक्षा को ध्यान भी ध्यान में रखा गया है।’ UGC ने 22 अप्रैल की गाइडलाइंस में 31 अगस्त तक परीक्षाएं आयोजित करने के निर्देश दिये थे, जबकि 06 जुलाई की गाइडलाइंस में परीक्षाओं को 30 सितंबर तक करा लेने के निर्देश दिये हैं।
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Source jansatta