बघौली संतकबीरनगर । जिले के बघौली ब्लॉक अंतर्गत बालूशासन में सोमवार को पशु बाजार का उद्घाटन जिले के पूर्व सांसद स्वर्गीय शरद त्रिपाठी पुत्र मृगेंद्र शरद त्रिपाठी ने फीता काट कर किया ।
आपको बतादें की जिले में पहले से कई पशु बाजार हैं, लेकिन ये बाजार कुछ आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित बाजार है इस संबंध में बाजार व्यवस्थापक, एवं बालूशासन के प्रधान प्रतिनिधि पिंटू राय व सत्य प्रकाश राय ने संयुक्त रूप से बताया कि क्षेत्रीय पशु व्यापारियों की समस्याओ को देखते हुए हम लोगों ने सोचा कि यहाँ के पशु व्यापारी तथा पशुपालको को पशुओं के खरीद फरोख्त में काफी दिक्कतें आती थीं, तब हमने इनके लिए क्षेत्रीय विकास के लिए एक पशु बाजार की स्थापना की जाय, इसी के मद्देनजर हमने स्वयं अपने 8 एकड़ में फैली भूमि में उक्त पशु बाजार का आज शुभारंभ कराया ।
श्री राय ने बताया कि हमारी क्षेत्रीय जनता जो दूरदराज पशु बाजारो में अपने मवेशी पशुओं को लेकर खरीद-फरोख्त करने जाते थे। अब वह अपने क्षेत्र अपने घर के नजदीक अच्छे नस्लो के पशुओ को इस बाजार में लाकर व्यापार कर सकते हैं ।
श्री राय ने बताया कि वर्तमान में तो जिले में कई बाजार चल रहे हैं लेकिन हमारे इस बाज़ार में तमाम सुविधाएं मिलेंगी,वाहन पार्किंग, पानी की व्यवस्था, पशुओं के लिए लिए चारा की व्यवस्था भी मिलेगी, जिससे भविष्य में ये पशु बाजार अन्य बाजारों की तुलना में सबसे आगे नम्बर एक पर रहे ।
मैं अपनी तरफ से पशु व्यवसायियों, व्यापारियों व पशुपालको से इस अपील के साथ कि वह अपने-अपने पशु उक्त बाजार में प्रत्येक सोमवार को लाए जहाँ उनकी बिक्री उचित रेट पर हो सके। वैसे तो अभी सुख सुविधाओं के हिसाब से पशुओं के लिए मेरी तरफ से हमेशा कोशिश यही रहेगी कि इनको किसी भी तरह से कोई परेशानी ना होने पाए और उनकी सुख सुविधाओं का ध्यान ज्यादा से ज्यादा दिया जा सके।
हालांकि इस अवसर पर कोविड प्रोटोकॉल का सही तरह से पालन नहीं हो पाया, लेकिन श्री राय ने पशु बाजार में आने वाले सभी व्यापारियों और पशु पालकों से अपील की है कि कोविड प्रोटोकॉल का ध्यान जरूर दें, मास्क का प्रयोग करें सोशल डिस्टेंस बनाये रखेंगे, जिससे कोरोना जैसी महामारी को रोकने में मदद मिल सके ।
इस अवसर पर जयराम पांडे, श्यामा प्रधान, बबलू सिंह, अन्नू सिंह, उपेंद्र सिंह, शैलेंद्र, सतीश राय, शंभू राय, अरविंद राय, मनोज राय समेत सैकड़ों गणमान्य लोग उद्घाटन समारोह में उपस्थित रहे।