लखनऊ: नई दिल्ली में ग्लोबल मिलेट्स कॉन्फ्रेंस श्री अन्न के उद्घाटन अवसर पर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि उत्तर प्रदेश में मिलेट्स के उत्पादन को बढ़ाकर किसानों की अर्थव्यवस्था के साथ-साथ मिट्टी तथा आमजन के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के प्रयास उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा लगातार किए जा रहे हैं।
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि उत्तर प्रदेश जनसंख्या की दृष्टि से सबसे बड़ा व क्षेत्रफल में चौथा बड़ा राज्य है। यहां का अधिकांश भू-भाग मोटे अनाजों के उत्पादन के अनुकूल है। वर्तमान में 12 लाख हेक्टेअर भूमि पर मोटे अनाज का उत्पादन किया जा रहा है। जिसमें लगभग 19 लाख मीट्रिक टन का उत्पादन हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा श्री अन्न पुनरूद्धार कार्यक्रम चलाया जा रहा है। जिसमें अगले 04 वर्षों में 186 करोड़ रूपये खर्च करने का प्रस्ताव है।
उन्होंने कहा कि आगामी जायद सीजन में ज्वार तथा बाजरे पर रूपये 20 करोड़ की सब्सिडी से 50 प्रतिशत अनुदान पर किसानों को मोटे अनाजों के बीज उपलब्ध कराये जायेंगे। प्रदेश के 89 कृषि विज्ञान केन्द्रों तथा 05 कृषि विश्वविद्यालयों के माध्यम से मोटे अनाजों पर अनुसंधान तथा शिक्षा को लगातार बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके साथ ही मोटे अनाजों को न्यूनतम समर्थन मूल्यों पर खरीदे जाने के लिये विशेष प्रतिष्ठान भी खोले जा रहे हैं।
कृषि मंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा मोटे अनाजों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिये विभिन्न कदम उठाये जा रहे हैं। हाल ही में राज्यपाल जी द्वारा राष्ट्रपति महोदया को मोटे अनाजों का विशेष भोज कराया गया। इसके साथ ही योगी मंत्री मण्डल के सदस्यों तथा सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के लिये भी मोटे अनाज आधारित विशेष कार्यक्रम आयोजित किये जा चुके हैं। आगामी दिनों में मोटे अनाजों को मध्याह्न भोजन योजना के तहत स्कूलों में भी वितरित किया जायेगा। साथ ही सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्यम से आम लोगों तक भी पहुंचाया जायेगा।
उन्होंने कहा कि मोटे अनाज खाद्य सुरक्षा, जल सुरक्षा तथा पर्यावरण सुरक्षा के लिये अति महत्वपूर्ण हैं। इसलिये उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा विषम भौगोलिक क्षेत्रों में मोटे अनाजों के उत्पादन को बढ़ाकर कृषि उत्पादन तथा किसानों की आय बढ़ाने के प्रयास किये जा रहे हैं।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा केंद्रीय मंत्री मण्डल के सदस्य नरेन्द्र तोमर, मनसुख मांडविया, पीयूष गोएल, कैलाश चौधरी उपस्थित थे। विदेशों से आए हुए कुछ मंत्रिगण गुयाना, मालदीव्स, मॉरिशस, श्रीलंका, सूडान, सूरीनाम और गाम्बिया के मंत्रिगण, दुनिया के विभिन्न हिस्सों से कृषि, पोषण और स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करने वाले वैज्ञानिक और एक्सपर्ट्स, विभिन्न एफपीओ और स्टार्टअप के युवा तथा वर्चुअली अनेक किसान उपस्थित थे।