SIT टीम ने आरोपी को किया गिरफ्तार
वहीं, इस मामले में अब एसआईटी टीम ने सफलता हासिल करते हुए मासूम के अपहरण और उसकी हत्या मामले में संजू पांडा नाम के आरोपी को गिरफ्तार किया है. बता दें कि मासूम बच्चे अपहरण और नृशंस हत्या का आरोपी संजू पांडा मृतक मासूम बच्चे शौर्य गोप के घर में पहले में किराएदार के रूप में रहता था. वहीं, आरोपी की बहन और बहनोई मृतक बच्चे के घर में ही किराएदार के रूप में रहते है. उन्हीं के साथ वह कई महीनों तक रहा था.
पूछताछ में आरोपी ने कबूले कई राज
पुलिस की पूछताछ में आरोपी संजू पांडा ने बताया कि कर्ज से उबरने के लिए फिरौती की बात सोची. जहां आरोपी ने इसके लिए 3 दिनों तक मासूम बच्चे की रेकी की. इस दौरान उसे पता चला कि हर दिन बचा शाम के समय अपने घर से निकलकर पास के दुकान में खाने पीने के सामान को लेने जाता था. बच्चे की रेकी के बाद 3 मार्च की शाम लगभग 7.30 से 8 बजे के बीच संजू पांडा बच्चे के अपहरण करने के लिए एक कार लेकर उसके घर एदलहातू के पास पहुंच गया , जैसे ही बच्चा शौर्य अपने घर से बिस्कुट लेने के लिए दुकान जा रहा था. उसी दौरान उसने बच्चे को अपने पास बुलाया और धोखे से उसे अपनी गाड़ी में बैठाकर उसका अपहरण कर लिया.
लालू प्रसाद यादव के बेलर रह चुके राजू गोप
वहीं,बच्चे की हरकत और पकड़े जाने के डर से संजू पांडा ने बच्चे को काबू करने के लिए उसके सिर पर जोरदार प्रहार कर दिया, जिसके कारण बच्चे को गंभीर चोटें आई, जिससे बच्चे की सांसे थम गई. घटना से घबराए आरोपी ने सबूत मिटाने के लिए उसके हाथ पैर को बांधकर एक बोरे में भरकर उसके शव को सपारोम तालाब में पत्थरों से बांधकर बोरे सहित शव को फेंक दिया. इसके बाद खुद रांची छोड़कर फरार हो गया.गौरतलब है कि, मृतक 8 साल का बच्चा शौर्य गोप , राजद नेता राजू गोप का इकलौता बेटा था. वहीं, राजू गोप की राजनीति में एक अच्छे पैठ थी और वह आरजेडी सुप्रीम लालू प्रसाद यादव के बेलर रह चुके हैं.
आरोपी से पूछताछ में जुटी रांची पुलिस
मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस ने आरोपी संजू पांडा को कोडरमा जिले से गिरफ्तार किया है , हालांकि अभी पुलिस आरोपी से पूछताछ में जुटी हुई है.ऐसे में तक पुलिस के द्वारा आरोपी की गिरफ्तारी के संदर्भ में अधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है. रांची पुलिस जल्द ही आधिकारिक तौर पर मासूम बच्चे शौर्य गोप के हत्याकांड मामले का खुलासा कर सकती है.