दिल्ली । फर्रुखाबाद-कासगंज एक्सप्रेस में रविवार देर रात 12 बजे आग लग गई। जिस वक्त ट्रेन में आग लगी उस वक्त ट्रेन कासगंज से चलकर फर्रुखाबाद जा रही थी। हादसा हरसिंहपुर-गोवा हॉल्ट के पास हादसा हुआ। आग लगने की सूचना के बाद ट्रेन को तुरंत रोका गया। जब तक फायर बिग्रेड की टीम पहुंचती तब तक ट्रेन की एक बोगी जल चुकी थी। दूसरी बोगियों को बचाने के लिए जलती बोगी को ट्रेन से अलग कर दिया। फायर ब्रिगेड की 4 गाड़ियों ने बमुश्किल आग पर काबू पाया।
बोगी में यात्री होते तो बड़ा हादसा हो सकता था
बताया जा रहा है कि जिस बोगी में आग लगी थी, उसके पीछे वाली बोगी में कुछ यात्री मौजूद थे। आग के धुएं से यात्रियों का दम घुटने लगा था। फर्रुखाबाद स्टेशन पर पहुंचे यात्रियों ने बताया कि शमसाबाद स्टेशन से ट्रेन के रवाना होने तक बोगी में आग नहीं लगी थी। जब ट्रेन शुकरुल्लापुर स्टेशन के आगे से गुजर रही थी तभी बोगी में लगी आग को देखा गया। उन्होंने बताया कि उस बोगी में कोई यात्री मौजूद नहीं था नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था।
घटना का जांच की जा रही
आगरा के एसपी जीआरपी ने बताया कि हादसे में किसी भी तरह की जनहानि नहीं हुई है। क्योंकि, ट्रेन फर्रुखाबाद के पास पहुंच चुकी थी और लगभग सभी यात्री ट्रेन से उतर चुके थे। रविवार होने की वजह से अप-डाउन करने वाले रेगुलर पैसेंजर्स भी ट्रेन में नहीं थे। फिलहाल, आग कैसे लगी इसकी जांच के लिए रेलवे ने एक जांच कमेटी गठित कर दी है। सीनियर अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच की। हादसे के कारण कई घंटे रेलवे ट्रैक बाधित रहा है।
सूचना पर पुलिस अधिकारी भी घटनास्थल पहुंचे
जिस बोगी में आग लगी थी, वह ट्रेन के इंजन के पास थी। चालक ने धुंआ निकलते देखा तो ट्रेन रोक दी। इंजन से उतर कर देखा तो बोगी में भयंकर आग फैल गई थी। चालक ने आनन-फानन में फर्रुखाबाद रेलवे स्टेशन इसकी सूचना दी। मौके पर पहुंचे रेलवे कर्मचारियों ने मिनी फायर टेंडर से आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन बोगी धू-धू कर जलती रही। ट्रेन में लगी आग को देखकर आसपास के लोग एकत्रित हो गए। लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना पर पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा, सीओ सिटी और रेलवे के अधिकारी मौके पर पहुंच गए। RPF दरोगा ने फायर ब्रिगेड को घटना की सूचना दी।
सूचना पर फायर ब्रिगेड की दो बड़ी और दो छोटी गाड़ियां मौके पर पहुंची। 4 गाड़ियों ने करीब 3 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। आग बुझने के बाद डीजल इंजन मंगाया गया। जो इलेक्ट्रिक इंजन, ब्रेक यान सहित 3 बोगियों को लेकर फर्रुखाबाद स्टेशन पहुंचा। जली हुई बोगी के दोनों ओर मोहर लगाकर सीज कर दिया गया है, ताकि कोई व्यक्ति अंदर न जा सके। रेलवे की तकनीकी विभाग के अधिकारी बोगी का निरीक्षण कर आग लगने के कारण का पता लगाएंगे।
घटना की जांच की जा रही
वहीं एक मालगाड़ी का इंजन भी मौके पर मंगाया गया, जो ट्रेन को वापस शमशाबाद स्टेशन ले गया। स्टेशन मास्टर योगेंद्र कुमार शाक्य ने घटनास्थल पर रेलवे अधिकारियों के साथ जांच-पड़ताल की। स्टेशन मास्टर ने बताया कि एक डीजल इंजन जली हुई बोगी को लेकर स्टेशन पर भोर में 4 बजे पहुंचा है। बोगी में आग कैसे लगी इसकी जांच-पड़ताल की जा रही है।