गाजीपुर। मुख्तार अंसारी को गाजीपुर के कालीबाग कब्रिस्तान में दफना दिया गया है। सुपुर्द-ए-खाक होने से पहले मुख्तार के जनाजे में काफी भीड़ उमड़ी थी। इस दौरान शहाबुद्दीन का बेटा ओसामा भी पहुंचा था। कब्रिस्तान में केवल परिवार के लोगों को ही जाने की प्रशासन ने इजाजत दी थी। मुख्तार के जनाजे में उसकी पत्नी और बड़ा बेटा अब्बास शामिल नहीं हो सका। क्योंकि मुख्तार की पत्नी फरार है, शायद यही वजह रही कि वो शामिल होने नहीं आई। वहीं मुख्तार का बड़ा बेटा अब्बास अंसारी कासगंज जेल में बंद है।
हालांकि, छोटा बेटा उमर अंसारी ही अपने पिता मुख्तार को कंधा दे सका। वहीं पुलिस प्रशासन ने मुख्तार के अंतिम संस्कार को लेकर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की थी। वहीं अस्पताल के सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि शुक्रवार देर रात मुख्तार के पोस्टमॉर्टम से पुष्टि हुई कि माफिया की मौत कार्डियक अरेस्ट से हुई। इसमें कहा गया है कि शव परीक्षण पांच डॉक्टरों के एक पैनल द्वारा किया गया था।
मुख्तार अंसारी की मौत की जानकारी पर दूर-दूर से लोग उनके अंतिम दर्शन और जनाजे में शामिल होने गाजीपुर पहुंच रहे हैं। इसी कड़ी में बिहार के बाहुबलियों में शुमार रहे मोहम्मद शहाबुद्दीन का बेटा ओसामा भी गाजीपुर पहुंचा। यहां वह मुख्तार के आवास पर गया और परिजनों से मिलकर गहरा गम जताते हुए उन्हें सांत्वना दी। इस बीच मुख्तार अंसारी का जनाजा आवास से निकाला गया।
बेटे उमर ने मुख्तार की मूछों पर दिया ताव
जनाजा निकलने से पहले मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी ने अपने पिता के अंतिम दर्शन किए और चेहरे पर ढकी चादर हटाकर उनकी मूछों पर वही ताव दिया जिसके लिए मुख्तार पहचाने जाते थे। यहां से कड़ी सुरक्षा के बीच जनाजा पैतृक कब्रिस्तान यूसुफपुर मोहम्मदाबाद में काली बाग पहुंचेगा। जहां पर उन्हें सुपुर्द-ए-खाक कर दिया जाएगा।
पांच फिट गहरी कब्र में दफनाया जाएगा मुख्तार
मुख्तार की कब्र और सुपुर्द-ए-खाक कराने को लेकर कब्रिस्तान के व्यवस्थापक अफरोज ने बताया कि मुख्तार अंसारी को दफनाने के लिये कब्रिस्तान यूसुफपुर मोहम्मदाबाद में काली बाग कब्र तैयार की गई है। उन्होंने बताया कि 7.5 फिट लम्बी, 3.5 फिट चौड़ी, पांच फिट गहरी कब्र बनायी गयी है। हिन्दू मजदूरों गिरधारी, संजय और नगीना ने मुख्तार की कब्र को तैयार किया है।
एसपी सिटी ज्ञानेंद्र ने बताया कि मुख्तार अंसारी के जनाजे को निकलने वाले मार्ग और कब्रिस्तान में सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। परिवार में गम का माहौल है। सभी शव को सुपुर्द-ए-खाक कराने की तैयारी में लगे हैं।